मैं अपने हौसले को यक़ीनन बचाऊँगा..
घर से निकल पड़ा हूँ तो फिर दूर जाऊँगा…बादल को दे के दावतें इस फ़िक्र में हूँ मैं
कागज़ के घर में उसको कहाँ पर बिठाऊँगा.
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छोड़ दो मुड़कर देखना उनको,जो तुमसे दूर जाया करते हैँ… जिनको साथ नहीं चलना होता,वो अक्सर रूठ जाया करते हैँ…
काश कभी ऐसा भी हुआ होता, मेरी *कमी* ने तुझे *उदास* किया होता …
टाइम पास ही करना था तो पहले बता देती पगली.. मै तुझे *Bat-Ball* ही दिलवा देता.. Dil Se Kyu खेली
“I LOVE YOU” बोलने में बस दो सेकंड लगते हैं, पर समझने समझाने में महीनों लग जाते हैं, पर इसको Continue Reading..
~ मिलता ही नही तुम्हारे जैसा कोई और इस शहर मै, हमे क्या मालूम था कि तुम एक हो और Continue Reading..