“मंजिल” भी उसकी थी.. “रास्ता” भी उसका था..
एक मैं “अकेला” थी बाकी “काफिला” भी उसका था..
.. 😐😐
साथ-साथ “चलने” की सोच भी उसकी थी..
फ़िर “रास्ता” बदलने का “फ़ैसला” भी उसका था..
Related Posts
Kuch nae mila bus ek sabaq de gaya..!! Khak ho jata hai insan khak se bane insan k liye
Bahot Rulaya Hai khud Gharz Logo ney mujh.. ,,Ay Mout,, Agr tum sath Do To sub ko Rulany ka Irada Continue Reading..
~Yeh Saal Bhii Udaas Raha Rooth Kar Geya, Tujhe Dekhe Baghaiir Jaana, December Bhii Guzar Geya .. ‘
कमीज के बटन ऊपर नीचे लगाना वो अपने बाल खुद न काढ पाना . . पी टी शूज को चाक Continue Reading..
आशियाने बनें भी तो कहाँ जनाब, जमीनें महँगी हो चली हैं और दिल में लोग जगह नहीं देते
~ मैने ही तो मांगी थी, उसके लिए खुशी की दुआ मेरे बगैर अब वो खुश है, तो फिर जलन Continue Reading..
जुदाई का पता होता अगर प्यार से पहले तो मौत की दुआ मांगते हम
दजलीज पर टपकती बारिश की बून्दों को निहारते रहे बहुत देर तलक, खुशियाँ और गम भी जिन्दगी में आये उन Continue Reading..