“मंजिल” भी उसकी थी.. “रास्ता” भी उसका था..
एक मैं “अकेला” थी बाकी “काफिला” भी उसका था..
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साथ-साथ “चलने” की सोच भी उसकी थी..
फ़िर “रास्ता” बदलने का “फ़ैसला” भी उसका था..
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Use kehna maje mein hai hum, Bas zara yaade satati hai, Uski doori ka gum nahi mujhe, Bus zara aankhie Continue Reading..
वो आते है मेरे सामने, तो अश्क भी निकल आते है सिसकियाँ लेकर,, फिर लगता है मुझसे ज्यादा, मेरे अश्कों Continue Reading..
एक छोटी सी मुस्कराहट से शुरू हुआ प्यार, हजार आंसू बह जाने पर भी ख़तम नहीं होता !!”
मैंने देखा है तुझे गैरों से दिल लगाते हुए, *मेरे यकीन की ,कश्तिया यूँ ही तो नहीं डूबी….*
aj phir dil udaas hai,,,, na jane kis cheez ki aas hai,, hum to is baat ko samjh na paye Continue Reading..
हम कमजोरों कि महफिलों में आने लगे, अरे हम कमजोरों कि महफिलों में आने लगे, बेवफा ने दर्द कुछ दिया Continue Reading..
बहुत तकलीफ होती है, . जब तुम सबसे बात करते हो, . सिर्फ मुझे छोड़कर….
अब अकेला नहीं रहा मैं यारों …. मेरे साथ अब मेरी तन्हाई भी है।