हकीक़त थी…. ख्वाब था…. या तुम थे…. जो भी था…. हम तो उसी में गुम थे…
तेरे करीब आकर बड़ी उलझन में हूँ मै गैरो में हूँ या तेरे अपने में हूँ
Woh hame kabhi kabhi nazar andaaz karte hain, Aur hum to unke iss andaaz se bhi pyaar karte hai,,
कहाँ पूरी होती है दिल की ख्वाहिशें सर्दी भी हो.. चाय भी हो.. और वो भी.😰😰
~Be’Bass Kar Diya Tu Ney Mujhey, Apney Bass Meiin Karke .. ‘
ये दिल किसी को पाना चाहता है, और उसे अपना बनाना चाहता है। खुद तो चाहता है ख़ुशी से धड़कना, Continue Reading..
~Tujhe Roz Dekhu Kareeb Se Mere Shoq Bhii Haii Ajeeb Se .. ^
Woh shaks jiski aankhon mein, inkar ke siwa kuch bhi nahi..!! Na jane kyun uski aankhon pe, zindagi lutane ko Continue Reading..
ऐसा तो कुछ नहीं मेरे phone में की में password रखु पर बार बार तेरा नाम Type करना अच्छा लगता Continue Reading..
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *