Preet Singh Leave a comment जनता जिसे चुनती है वो ‘ संसद ‘ में बैठते है और भगवान जिसे चुनते है वो ” सत्संग ” मे बैठते है। हमें तो ना जनता ने चुना है ना भगवान ने, सो WhatsApp/Telegram पे ही बैठे है । Copy