अपनी बीवी से स्वतंत्र होने का साहस करो,
जहां तक तुम्हारे विचार जाते हैं वहां तक जाने का साहस करो,
फिर भले ही तुम्हारी बीवी तुमको पड़ोसन के साथ पकड़ ले!
~स्वामी काँन्चानन्द


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