एक सहेली जब हनीमून मना कर लौटी तो उसकी सहेली ने पूछा, “कैसा रहा तुम्हारा हनीमून?”
दूसरी सहेली: मेरी तो जान पर बन आयी थी।
पहली सहेली: क्यों क्या हो गया था?
दूसरी सहेली: बस ऊपर-नीचे, उपर-नीचे और फिर थकान से चूर।
पहली सहेली: तो तुझे तो खुश होना चाहिए, परेशान क्यों हो?
पहली सहेली: अरे, तू गलत समझ रही है मैं तो अपने सफ़र की बात कर रही हूँ। पहाड़ियों में ऊपर-नीचे हो रही थी।