शी- पेरेन्ट्स से बढ़कर
इस दुनिया मे और कोई नही होता
मी- चल तो फिर पेरेन्ट्स बन जाते है
इसमें थप्पड़ मारने की क्या
जरूरत थी


Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *