लोगों के
बहकावे में आकर
कछुए🐢 और खरगोश 🐰में
फिर से पाँच मील की दौड़ लग गई.
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तीन मील की दूरी पर जा कर खरगोश ने देखा कि कछुआ बहुत दूर है और उसने सामने के ठेके से एक बोतल ली और पीना शुरू कर दिया..!
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दो या तीन पैग पीने के बाद…

उसने
सामने से कछुए को आता हुआ देखा,

बोला – ले भाई, आज तू भी ले…!
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कछुआ भी बैठ गया
और पीते-पीते बोतल खत्म हो गई.
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*कछुए ने कहा* : –
*तुम मेरे इतने अच्छे दोस्त हो, और मैं तुम्हारे साथ दौड़ने की होड़ के लिए लोगों की बातों में आ गया, तुम्हारे साथ क्या हार क्या जीत*,,,

*चल भाई एक हॉफ और मँगा ले* 🍺🍻🥂🥃🥃🥃🥃..

*फिर दोनों खुशी खुशी घर चले गए…*

*कथासार : -*
अपने दोस्तों के साथ
आख़िर किस बात की रेस,
हर समय हार-जीत के पीछे ही
भागते न रहें, साथ बैठिये, दो पेग लीजिए और देखिए कि ये ज़िन्दगी
सच में कितनी ज़्यादा खूबसूरत है.
🍾


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