अच्छा हुआ IPL 2008 में शुरू हुआ….
अगर 1950 में शुरू हुआ होता तो…..
बाबा साहब लिख देते कि टीम में आठ खिलाड़ी दलित खेलेंगे…!!
दलित खिलाड़ी के चौके को छक्का माना जायेगा उनको 1 ओवर में 9 बाल खिलाई जाएगी शारीरिक कमजोरी के कारण रन आउट नहीं माना जायेगा ।
यदि दलित खिलाड़ी को कोई सवर्ण खिलाड़ी आउट करता है तो दलित उत्पीड़न (ST/SC) act के तहत मुकदमा पंजीकृत किया जायेगा
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आपण के बाप कभी आंबेडकर जी को कभी पडा हे 26 जानेवारी 1949 मे घटना लागू हो गयी और 5हजार सालो से जाती के नामपर ब्रह्महन ने जो किया काय़ ओ तुमारे बाप है आंबेडकर जी ने एक झटके मे ये समाप्त कर के सबको एक सामान कर दिया. समझे तुम और तेरे जैसे हररमखोर.
Commenwealth game में भारत ने 16 पदक जीते है उसमे 10 पदक दलितों और पिछड़ी जाती ने जीते है।
वो भी ऐसे खेलो में ज हा आरक्षण नही होता। काबलियत बोलती हैं।