लोग अपने कपड़ो के स्टाइल पर कितना पैसा बर्बाद कर देते हैं;
जबकि जिंदगी के सबसे हसीन लम्हें बिना कपड़ो के गुज़र जाते हैं।
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अबे बचपन की बात कर रहा हूँ।
कब तक ऐसा गन्दा सोचता रहेगा।


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