Preet Singh Leave a comment हम उस जमाने के हैं … जब मास्टरनी जी क्लास मैं ना होती थी तो कोई बच्चा उठ के अगर ये एक लाइन बोल्ता था :- ये काली काली आंखे … और पूरी क्लास एकजुट होके एकाग्रता से तन मन से समर्पित होके बोलती थी … तूरूरू … तूरूरू Copy