एक अर्थशास्त्री ने बड़े ही सुंदर तरीके से दो पत्नियों को रखने की व्याख्या दी है ।
–इससे एकाधिकार समाप्त होता है ।
–प्रतिस्पर्धा बनती है जिससे उनकी गुणवत्ता में सुधार बढ़ जाता है ।
–यदि आपके पास एक पत्नी है तो वह सिर्फ आपसे लड़ेगी ।
–यदि आपके पास दो पत्नियां हैं तो वे दोनों आपस में आप के लिए लड़ेंगी ।
फर्क समझें और फैसला लें.
चेतावनी– पोस्टकर्ता ऐसा कोई अनुभव नहीं रखता, और न ही किसी दुष्परिणाम की जवाबदारी लेता है… पढ़ने वाले अपने स्वयं के हौसलें और विवेक से काम लें..”” नमस्कार।


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