सूरत बदल रही है सिरत बदल रही है !!
कुछ मौसम ए उम्र और कुछ फितरत बदल रही है !!
बातो में अब तो मेरे वो सादगी नही रहती
इंसान ही हु मैं पर अब इंसानियत निकल रही है !!
Related Posts
लोगो से कह दो हमारी ….., तकदीर से जलना छोड दे, हम घर से दवा नही माँ की …..,दुआ लेकर Continue Reading..
“”सेवा करनी है तो, घड़ी मत देखो ! लंगर छ्कना है तो, स्वाद मत देखो! सत्संग सुनाना है तो, जगह Continue Reading..
क्यो डरेँ कि जिन्दगी मे कल क्या होगा, . हर वक्त क्यो सोचे कि कुछ बुरा होगा, . बढते रहो Continue Reading..
*जिदंगी मे अच्छे लोगो की* *तलाश मत करो* *खुद अच्छे बन जाओ* *आपसे मिलकर शायद* *किसी की तालाश पूरी हो।*
लोगो के दो विचार होते है! एक खुद के लिये एक दूसरे के लिये
साहिल पे बैठे यूँ सोचती हुं आज… कौन ज़्यादा मजबूर है ,,,, ये किनारा… जो चल नहीं सकता या वो Continue Reading..
बुद्ध अपने शिष्यों के साथ बैठे थे। एक शिष्य ने पूछा- “कर्म क्या है?” बुद्ध ने कहा- “मैं तुम्हें एक Continue Reading..
जब आप गुस्सें में हो तब कोई फैसला न लेना और जब आप खुश हो तब कोई वादा न करना Continue Reading..