मैं भले ही वो काम नहीं करता जिससे खुदा मिले…
पर वो काम जरूर करता हूँ…जिससे दुआ मिले.’;..
इंसानियत दिल में होती है, हैसियत में नही,
उपरवाला कर्म देखता है, वसीयत नही..
Related Posts
तु क्या हमारी बराबरी करेगी पगली हमारी तो नींद में खींची हुई फ़ोटो भी लोगों की लिए पोज़ बन जाती Continue Reading..
माना कि मैं पैसे से गरीब हु पर ये बात तो सच है कोई मुझे अपना समझे तो उसका हर Continue Reading..
पगली वो जमाने गए जब तेरे पीछे मरा करता था मैं, अब तो वो जमाने है,जब मेरे पीछे तेरे जेसी Continue Reading..
राज तो हमारा हर जगह पे है…। पसंद करने वालों के “दिल” में, और नापसंद करने वालों के “दिमाग” में…
जो हमें जानते हैं, वो सिर्फ़ मेरे होकर रहे जाते हैं, और जो हमें नहीं जानते हैं, उनकी तो क़िस्मत* Continue Reading..
“सिर्फ आसमान छू लेना ही कामयाबी नहीं होती असली कामयाबी तो वो होती है कि आसमान भी छू लो और Continue Reading..
ढूढ़ने चले हो हमसे बेहतर ? तलाश हमसे शुरू होकर हम पे ही ख़त्म हो जाएगी
पगली मेरी फोटो को इतना Zoom करके ना देख – confuse हो जाएगी की फोटो like करू या save करू.