मैं भले ही वो काम नहीं करता जिससे खुदा मिले…
पर वो काम जरूर करता हूँ…जिससे दुआ मिले.’;..
इंसानियत दिल में होती है, हैसियत में नही,
उपरवाला कर्म देखता है, वसीयत नही..
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” बुंलदी तक पहुंचना चाहता हूँ मै भी, पर गलत राहो से गुजर के जाऊ ” इतनी भी जल्दी नही Continue Reading..
बस यही सोच कर हर तपिश में जलते आये हैं, धूप कितनी भी तेज़ हो समंदर सुखा नहीं करते…
देख भाई, तू Paani में भी आग लगाने वाला Baazigar है, तो हम भी उस आग को फुंक मार के Continue Reading..
पगली जितनी तेरे शरीर मे हड्डिया है, उससे जादा तो कोलेज मे सेट मुझसे लडकिया है.
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ये मँज़िले बड़ी जिद्दी होती हैँ… हासिल कहाँ नसीब से होती हैं… मगर वहाँ तूफान भी हार जाते है… जहाँ Continue Reading..