मैं भले ही वो काम नहीं करता जिससे खुदा मिले…
पर वो काम जरूर करता हूँ…जिससे दुआ मिले.’;..
इंसानियत दिल में होती है, हैसियत में नही,
उपरवाला कर्म देखता है, वसीयत नही..
Related Posts
जमाना करता है कि हम बुरे.. or हम कहते हैं कि abhi तो हम सुदरे है…..!!!
अपने खिलाफ बातों को अक्सर मैं ख़ामोशी से सुनता हूँ क्योकि जवाब देने का हक़.. मैंने वक़्त को दे रखा Continue Reading..
अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो………. मैं खुद लौट जाऊंगा मुझे नाकाम तो होने दो……. मुझे बदनाम Continue Reading..
दुनिया मे आपकी ENTRY चाहे जैसी भी हो, EXIT शानदार होनी चाहिए
अंजाम की परवाह होती तो हम इश्क करना छोड देते… प्यार में जिद्द होती है, और जिद्द के हम “बादशाह” Continue Reading..
मेरा नाम ही काफ़ी है तेरी महफ़िल में ख़ौफ़ के लिए, हम आ गए तो बगावत हो जायेगी
वो अपनी गली की रानी होने का गुरुर करती है . नादान . ये नही जानती की हम उसी शाहर Continue Reading..
लोग जलते रहे मेरी मुस्कान पर, मैंने दर्द की अपने नुमाईश न की जब जहाँ जो मिला अपना लिया, जो Continue Reading..