कितना समेटे खुद को बार बार, टूट के बिखरने की भी सीमा होती है ||
एक तो कातिल सर्दी, ऊपर से तेरी यादो की धुंध, बेहाल कर रखा है इश्क मे मौसमो ने भी।….
अगर मोहब्बत नही थी तो बता दिया होता; तेरे एक चुप ने मेरी ज़िन्दगी तबाह कर दी!
अजीब सबूत माँगा उसने मेरी मोहब्बत का कि मुझे भूल जाओ तो मानूँ मोहब्बत है !
~Haiin Bohat Adhoorey Mamley .. Teri Zaat Se Merii Zaat Tak .. ^
चाह कर भी पूछ नहीं सकते हाल उनका, डर है कहीं कह ना दे कि ये हक तुम्हें किसने दिया।..
मरना होता तो कबके मर गए होते तेरी यादों में हर रोज़ मरने का मज़ा कुछ अलग ही है
हमारी तो ज़ुबान भी इतनी बात नहीं करती •• जितनी तुम्हारी आंखें करती है
क्यों पहनती हो चूड़ी, क्यों पहनती हो कंगना,* *सजने का ही शोक है तो फिर बना लो न सजना .
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