Rooh men meri bass k bOla wO .. Itni nazdekiyan achi nhi hOti ..
दो हिस्सों में बंट गए है, मेरे दिल के तमाम अरमान… कुछ तुझे पाने निकले, तो कुछ मुझे समझाने निकले….
Zawaal yeh hai ke tera saath nahin, Kamaal yeh hai ke jee rahy hain..
यार वो लम्हा भी कितना खास होगा…. जब तू सिर्फ और सिर्फ मेरे साथ होगा..!!
मेरी दास्ताँ-ए-वफ़ा बस इतनी सी है, उसकी खातिर उसी को छोड़ दिया…
इजाजत तो उसने भी न दी थी हमे मोहब्बत की.. वो शायरी पे वाह-वाह करते रहे और हम तबाह होते Continue Reading..
तुम ना मिले तो जीते जी ही मर जायेंगे, तुम्हें जो पा लिया तो मर कर भी जी जायेंगे।
बहुत शौक से उतरे थे इश्क के समुन्दर में..!! एक ही लहर ने ऐसा डुबोया कि आजतक किनारा ना मिला.!!
गुज़र रहा हूँ तेरे शहर से क्या कहूँ क्या गुज़र रही है.
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