हर ख़ता माफ़ कर दुंगा सिर्फ इतना बता दे, . क़ि तुमने मुहब्बत के लिये मुझे ही क्यों चुना
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रोना ही है ज़िन्दगी तो हँसाया क्यो.. जाना था दूर तो नज़दीक़ आया ही कयो
देख तेरी आँखे भी कमाल करती हैं, मुझ से पर्सनल_पर्सनल सवाल करती हैं..!
हम जिस्म को नही रूह को वश मे करने का शोक रखते है
मेरी कहानी तुम सुन सको…!!! . . इतने आँसू कहाँ हैं तुम्हारे पास…!!!
लम्हों की दौलत से दोनों ही महरूम रहे, मुझे चुराना न आया, तुम्हें कमाना न आया।
-Kabhi Jab Torh Dalega Koii Waadey Mohabbat Kay, Tumhe Merii Mohabbat Ka Zamana Yaad Ayega .. ‘
Udaasiyon ki wajah toh zindagi mein bohot hain yaaron Par bewajah khush rehne ka maza he kuch aur hai :’)
बात तो सिर्फ जज़्बातों की है वरना, मोहब्बत तो सात फेरों के बाद भी नहीं होती.
