दिल खामोश सा रहता है आज कल,
मुझे शक है कहीं मर तो नहीं गया मैं :))
जैसा भी हूँ अच्छा या बुरा अपने लिये हूँ, मै खुद को नहीं देखता औरो की नजर से !!
अब खा ले कुछ तू भी बहुत भूखी होगी,,,, देख चाँद आया है फलक पर मोहब्बत बनकर ।।।
शायद मुझे सुकून तेरे पास ही मिले… मुझको गले लगा बहुत बेक़रार हूँ……..
यूँ तो शिकायते आप से सैंकड़ों हैं मगर.. आप एक मुस्कान ही काफी है मनाने के लिये।
मुझे छोड़ कर जिसके करीब गये हो तुम…. सुना है उससे… तुम हर बात पर मेरी मिसाल देते हो….
आज पगली बरसो बाद मिली तो गले लगकर खूब रोइ….. जानते हो ये वही थी जिसने कहा था तेरे जैसे Continue Reading..
में बहुत ज़ालिम हूँ ऐ मेरे दिल….. तुझे हमेशा उसके हवाले किया है, जिसे तेरी कदर ही नहीं…!!
बहुत सोचा कि अब बात ही नही करूँ तुमसे, फिर सोचा झगड़ा किससे करूँगा |
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