मुझे ही लोग खो देते हैं अक्सर किसी को मैं कभी खोता नहीं हूँ
लश्कर भी तुम्हारा है, सरदार भी तुम्हारा है, तुम झूठ को सच लिख दो, अखबार भी तुम्हारा है..!!
Ruke to chaand, chale to hawaaoon jaiaa hai Woh shakhs dhoop me dhekhoo to chaaon jaisa hai
“Kabhe be wajha yun he baras parti hain ankhen” “Oudas hone ka koi sabab nahe hota”
Socha Tha Uss Se Bichrenge Toh Mar Jayenge, Jaan Lewa Khauf Tha Bas, Hua Kuch Bhi Nahi.
गर तू पुलिस वाली होती, पा लेते तुझे कुछ ले दे कर।
-Aap Khud Hi Apnii AdaaO Pe Zara Gaur Kijiye, Hum Araz Krengey Toh Shikayat Hogi .. ‘
“दुखो के बोझ में ज़िन्दगी कुछ इस तरह डूबे जा रही हैं की मेरी हर एक चाहत, हर एक आस Continue Reading..
“क्या लिखूँ अपनी जिंदगी के बारे में दोस्तो, वो लोग ही बिछड़ गए जो जिंदगी हुआ करते थे !!”
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