बेकसूर कोई नहीं इस ज़माने मे, बस सबके गुनाह पता नहीं चलते.
यही सोच कर उसकी हर बात को सच मानते थे, के इतने खुबसूरत होंठ झूठ कैसे बोलेंगे.
Hamary bad nehi ay ga tumhen chahtOn ka essa maza ___ Tum khud lOgon se kehty phirO gy mujhe chahO Continue Reading..
दुआ का यूँ तो कोई रंग नहीं होता मगर दुआ रंग जरुर लाती है
ना हाथ थाम सके ना पकड़ सके दामन, बेहद ही करीब से गुजर कर बिछड़ गया कोई !!
ख़ुशी कहा हम तो “गम” चाहते है, ख़ुशी उन्हे दे दो जिन्हें “हम” चाहते हे.
शायद कोई तो कर रहा है हमारी कमी पूरी…. तभी तो उन्हें हमारी याद नही आती !
-Nahii Tumse Koii Shikayat Bas Itnii Si Iltiija Haii Jo Haal Kar Geyy Ho Kabhi Aa Ke Dekh Jana .. Continue Reading..
मेरे ख़िलाफ़ बातें बड़ी ख़ामोशी से सुनता हूँ मैं, मैंने जवाब की ज़िमेदारी वक़्त को दे रखी है l
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