लड़कियाँ खिलौना नही होती… जनाब.. पिता तो यूँ ही प्यार से गुड़िया कहते हैं
Darta hoon kehne se ke mohabbat hai tumse, Meri zindagi badal de ga, tera iqrar bhi, inkaar bhi
Mat puchh kaise guzar rahi hai zindagi, Us daur se guzar rahi hu jo guzarta hi nahi
ना पा सका उसे, यू सारी ‘उम्र’ चाहकर, कोई’ ले गया उसे, कुछ ‘रस्मेँ’ निभाकर.
मांगो तो उस रब से मांगो जो सबका दाता है इंसानो की बात न करीये जो नंगे बदन आता है Continue Reading..
जो मेरी आँखो मे पलको पे रहता था, आज काजल लगाया तो बहुत याद आया।
जो जिन्दगी आप अभी जी रहे है बहुत से लोगो के लिए अभी भी सपना है
मैंने पूछा एक पल में जान कैसे निकलती है, उसने चलते चलते मेरा हाथ छोड़ दिया..
शांखो से टूट जाये वो पत्ते नही हे हम , इन आंधीयों से केहदो जरा अपनी औकात में रहे ।
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