हम सादगी में झुक क्या गए , तुमने तो हमे गिरा हुआ ही समझ लिया
~Tujhe Khabar Hai Tujhey Sochney Ki Khatir, Bohat Se Kaam Meiin Kal Par Chorr Detii Hoon .. ‘
कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों का रिश्ता.. गुफ़्तगू किसी से भी हो ख़याल तेरा ही रहता है..💟
दिलबर मेरे कब तक मुझे ऐसे ही तडपाओगे, एक कान के नीचे लगा दूंगा तो पल में सुधर जाओगे !!
वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी, फिर क्यों उसे “चाँद” और मुझे “आवारा” कहते हैं
ना जाने इस ज़िद का नतीज़ा क्या होगा.. समझता दिल भी नहीँ वो भी नहीँ मैँ भी नहीँ..
~Hum Ishq K Us Muqaam Par Khare Hain, Jahan Ankhe Kisi Aur Ko Dekhe To Gunah Lagta Hai .. ‘
एक कोशिश है कि कोई दिल के ज़ख्म ना देख ले , एक ख्वाइश है कि काश ! कोई देखने Continue Reading..
सामान बाँध लिया है मैंने , अब बताओ कहाँ रहते हैं वो लोग जो कहीं के नहीं रहते।
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