*यहां लोग अपनी गलती नहीं मानते* *किसी को अपना कैसे मानेंगे…
बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मेँ अपने, फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए..!
सुनो तुम दिल दुखाया करो इजाजत है बस कभी भूलने की बात मत करना
यूँ तो आदत नहीं मुझे मुड़ के देखने की… तुम्हें देखा तो लगा…एक बार और देख लू…
जो भी आपको नीचे खींचने की कोशिश करता है, याद रखिये वो पहले ही आपसे नीचे है !!
होंठों की हँसी को न समझ हकीकत-ए-ज़िंदगी, दिल में उतर कर देख कितने टूटे हुये हैं हम!
Hote hain shayad sirf nafrat mein hi pakke rishte, Warna ab to tan se libaas utarne ko mohhabat kehte h
तेरी मुस्कान से पड़ता हैं मेरी सेहत में फ़र्क, और लोग पूछते हैं, दवा का नाम क्या है?
वहाँ तक तो साथ चलो ,जहाँ तक साथ मुमकिन है , जहाँ हालात बदल जाएँ , वहाँ तुम भी बदल Continue Reading..
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