में किसी ओर का नहीं हु फिलहाल
.. कोई तो मेरी हो जाओ
दिल तो चाहता हैं में भी किसी से प्यार करू पर मेरी तनख्वा बहोत कम है जनाब
Tujhse judaa judaa huaa main judaa hua, Mujhse khafa khafa yahan mera khuda hua
लफ्ज़ पहचान बने मेरी तो बेहतर है..!! चेहरे का क्या है, साथ ही चला जाएगा एक दिन
Mat puchh kaise guzar rahi hai zindagi, Us daur se guzar rahi hu jo guzarta hi nahi
जलील न किया करो किसी फ़क़ीर को अपनी चौखट से साहब…. वो सिर्फ भीख लेने नहीं दुआ देने भी आता Continue Reading..
तुम्हारे एक लम्हें पर भी मेरा हक नही ना जाने तुम किस हक़ से मेरे हर लम्हें मैं शामिल हो
~Kuch Samaj Nahii Aatii Sheher Ke Logo’n Kii .. Yun’Hii Rooth Jate Haii Aayina Dikhane Par .. ^
माना की मरने वालों को भुला देतें है सभी. . . मुझे जिंदा भूलकर उसने कहावत ही बदल दी
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