मेला लग जायेगा उस दिन शमशान मे,
जिस दिन मे चला जाँऊगा आसमान मे
मैं तो दिल को साफ रखा करता था हमें क्या पता कि कीमत तो चेहरे की होती हैं
*बेनाम ही रख ले अपना रिश्ता……* *नाम देंगे तो दुनिया बदनाम कर देगी…..!!*
दोस्तो उसे बता देना कि मर गया वो जो तुम पर मरा करता था
हवस का आलम तो देखिये हुजूर… संतरे भी दबा दबाकर खरीदते हैं
बिना मतलब के दिलासे भी नहीं मिलते यहाँ , लोग दिल में भी दिमाग लिए फिरते हैं !!
अपनी पहचान का तुझसे हवाला चाहु कितना पागल हूँ जो अँधेरे से उजाला चाहु
चेहरे के रंग को देखकर दोस्त ना बनाना.. दोस्तों .. तन का काला तो चलेगा लेकिन मन का काला नहीं।
मैंने अपनी ख़ुश्क आँखों से लहू छलका दिया…. एक समन्दर कह रहा था मुझे पानी चाहिए….
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