गुज़र रहा हूँ तेरे शहर से क्या कहूँ क्या गुज़र रही है.
उनकी गलियो से गुजरना तो बहुत आम था… बहाना भी एक कि कोई बेहद जरुरी काम था…
कोई सुलह करा दे जिदंगी की उलझनों से… बड़ी तलब लगी है आज मुस्कुराने की
Yani tarteeb e sitam ka b salika tha usy… Us ne pathar b uthaya mujhe pagal kar k…
~Tum Jo Kehte The Acha Haii Zamana Hum Se, Ye Batao K Mila Koi Hamarey Jaisa .. ?
लाख दिये जलाले अपनी गली मे.. मगर रोशनी तो हमारे आने से ही होगी.
तेरे प्यार की हिफाजत कुछ इस तरह से कि मैंने , जब भी किसी ने प्यार से देखा तो नज़रे Continue Reading..
पानी फेर दो इन पन्नों पे, ताकी धुल जाये स्याही सारी.. जिन्दगी फिर से लिखने का मन होता है कभी-कभी..!!
Yeh Zaroori Nahi Ki Har Baat vo Meri Samjhe.. Zaroori Yeh Hai Ki vo Mujhe Kuch To SamJhe
Good morning
तेरि एक नजरकी बात है मेरि जिन्दगिका सवाल है ।
Good
Very Good
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तेरि एक नजरकी बात है मेरि जिन्दगिका सवाल है ।
Good
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