कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये
Ye wajbaat_e_ishQ hum pe hi Qarz kyu …?? Wo bhi adaa kry k muhabbat usy bhi thi …
जिधर देखो, उधर मिल जायेंगे, अखबार नफरत के बहुत दिन से, मोहब्बत का न देखा, एक खत यारों
माँ ने रख दी आखिरी रोटी भी मेरी थाली में मै पागल फिर भी खुदा की तलाश करता हूँ !
Udasiyo ki vajah to bhut mil jati hai… . . . . . . . . . . . . Continue Reading..
हमने तुम्हें उस दिन से और ज़्यादा चाहा है, जबसे मालूम हुआ के तुम हमारे होना नही चाहते.
हमारे देश में लोग ट्रैफ़िक सिगनल को नहीं समझते हैं😕 मगर आँखों के इशारे समझने में पी.एच.डी कर रखी है
हमदर्दीयों की भीख सी देने लगे हैं लोग ,, यूँ अपने दिल का हाल ना सबसे कहा करो
चाँद तारों में नजर आये चेहरा तेरा… जब से मेरे दिल पे हुआ है सनम पहरा तेरा.
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