कहता है इबादत करता हूँ पर दिल की जगह जुबा से काम लेता हूँ
चलता रहूँगा मै पथ पर, चलने में माहिर बन जाउंगा, या तो मंज़िल मिल जायेगी, या मुसाफिर बन जाउंगा !
थमने लगी है नब्ज़ की रफ्तार भी अब तो। असर उनसे बिछड़ने का.. बड़ा जानलेवा है।।
सब कुछ हासिल नहीं होता ज़िन्दगी में यहाँ…. . किसी का “काश” तो किसी का “अगर” छूट ही जाता है…!!!!
खवाब टूटे मगर हौसले जिंदा है । हम वो है जहाँ मुश्किले भी शर्मिंदा हैं ।
ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत है, सब कहते थे जिस दिन तुझे देखा, यकीन भी हो गया !!
Beet Jaati Hai Jis Ki Puri Raat Siskiyon Mein, Wo Shaqs Din Ke Ujaalon Mein Saare Jahan Ko Hasata Phirta Continue Reading..
Kasam Kha Chukii Hoon Tujh Ko Na Chorne Ki, Warna Mehsoos Kab Sey Ho Rahii Haii Teri Be’Rukhii Musalsal ..
तकलीफ कि इन्तेहा तो तब है, जब लोग जिंदा रहे और रिश्ते मर जाये…
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