मैं मानता हूँ खुद की गलतियां भी कम नहीं रही होंगी मगर बेकसूर उन्हें भी कहना मुनासिब नहीं
Related Posts
Ye mat sochna ki ham juda ho gaye Teri yaad se,,,,____ Bus Teri khusi ki khatir tujh se baat nhi Continue Reading..
*खामोशी से बनाते रहो पहचान अपनी..* *हवाएँ ख़ुद गुनगुनाएगी नाम तुम्हारा..!!*
दो चार नहीं…मुझे सिर्फ एक दिखा दो… वो शख्स…जो अन्दर भी बाहर जैसा हो… !
~Jiski Sazza Sirf Tum Ho Aiisa Koii Gunaah Karna Hai Mujhe .. ‘
नींद उड़ा कर मेरी कहते है वो कि सो जाओ कल बात करेंगे, अब वो ही हमें समझाए कि कल Continue Reading..
क्या पता था कि महोब्बत हो जायेगी,.?..हमे हमें तो बस तेरा? मुस्कुराना अच्छा लगा था.
Yahan Behtar Hai Apni Zaat Ka Hamdard Ho Jana Zamana Gham To De Sakta Hai Gham-Khawari Nahi Karta
बहुत भीड़ है मोहब्बत के इस शहर में, एक बार जो बिछड़ा, वो दोबारा नहीं मिलता..