“”कुछ तो रहम कर ए-संग दिल सनम, इतना तङपना तो लकीरों मे भी न था..
ख़्वाहिशों की चादर तो कब की तार तार हो चुकी… देखते हैं वक़्त की रफ़ूगिरी, क्या कमाल करती है|
पत्थर को लोग इसलिए पूजते हैं क्योंकि विश्वास करने लायक इंसान नहीं मिलता।
Koi Taweez Aisi Do Ke Mai Hoshiyaar Ho Jaaon.. Bohot Takleef Deti Hai Mujhe Ye Saadgi Meri…
~Jab Bhi Dil Udaas Hota Haii Wajah Teri Yaad Banti Haii .. ‘
वो किताबों में दर्ज था ही नहीं, सिखाया जो सबक ज़िंदगी ने !!
अरे महोब्बत 💑 तो दिल 💖 से की जाती हैं face 👷 देखकर तो सैटिंग की जाती हैं……….
~Suno ! December Ki Sard Hawao’n Ki Qasam Mujhe Tum Zehar Lagtey Ho ..’
धोखा देती है अकसर मासुम चेहरो की चमक हर काँच का टुकडा हीरा नही होता
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