मोहब्बत में दूरियों से फर्क नहीं पड़ता
मोहब्बत निभाने वाला सच्चा हो
तुमसे ऐसा भी क्या रिश्ता हे? दर्द कोई भी हो.. याद तेरी ही आती हे।
मुमकिन नहीं शायद किसी को समझ पाना … बिना समझे किसी से क्या दिल लगाना
छोटा सा सपना है मेरा, जो रोटी में खाऊ वो तू बनाये..
पसंन्द आया तो दिल में , नही तो दिमाग में भी नही ।
Ek baat Batao Agr Mai Na Rahu To Koi Kmi To nhi Hogi na
~Suno Tum Badl Gy Ho Kya Ya Tum Theyy Hi Aiise .. ‘
~Jiski Sazza Sirf Tum Ho Aiisa Koii Gunaah Karna Hai Mujhe .. ‘
जब नफ़रत करते करते थक जाओ..। तो एक मौका प्यार को भी दे देना।।.
Haa
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Haa