हम सादगी में झुक क्या गए , तुमने तो हमे गिरा हुआ ही समझ लिया
अजीब दस्तूर है मोहब्बत का, रूठ कोई जाता है टूट कोई जाता है..
बादलों से कह दो अब इतना भी ना बरसें, गर मुझे उनकी याद आ गई, तो मुकाबला बराबरी का होगा…
Darta hoon kehne se ke mohabbat hai tumse, Meri zindagi badal de ga, tera iqrar bhi, inkaar bhi
~Woh Ek Shakhs Zindagi Jaisa, Aur Woh Hii Merii Zindagi Mein Nahi ..’
ना हाथ थाम सके ना पकड़ सके दामन, बेहद ही करीब से गुजर कर बिछड़ गया कोई !!
मौत को देखा तो नही पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी, कम्बख्त जो भी उस्से मिलता है जीना छोड देता Continue Reading..
~Woh Roz Jorhtah Haii Mujhe, Phiir Se Torhney Ke Liiye .. ‘
Udaasi Kaam Apna Kar Gai Hai..! Tujhe Milny Ki Hasrat Mar Gai Hai..
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