बेकसूर कोई नहीं इस ज़माने मे, बस सबके गुनाह पता नहीं चलते.
~Sard Mausam Meiin Bohat Yaad Aatey Haii, Dhund Meiin Lipte Huye Waade Unke .. ‘
~ Woh Naah Miltey Toh Acha Tha Bekaar Main [Mohabbat• Sey Nafrat Hogayi .. ‘
देख तेरी आँखे भी कमाल करती हैं, मुझ से पर्सनल_पर्सनल सवाल करती हैं..!
Main husn hOn ____mera rOthna lazim hai … Tum ishQ hO ____zarra adab main rahO …
ज़िंदगी भर मौत के लिए दुआ करते रहे खुद से.. और जब जीना चाहा तो दुआ क़बूल हो गई…!!
मालूम नहीं मुझे मेरी फितरत में क्या है ‘ ये तो वो दिन बताएगा जब मेरे जाने की खभर आएगी.
लोग गलतियां कर के बदनामी से बच गये…. मैं चंद ख्वाब देख के भी गुनहगार हो गया.
मेरे दर्द को रोज सुनते हो आप, आज आप कुछ लिखो मैं सुनूंगा
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