बेकसूर कोई नहीं इस ज़माने मे, बस सबके गुनाह पता नहीं चलते.
~Woh Acha Haii Toh Behtar Bura Haii Toh Bhii Qabool, Mizaaj’E-Ishq Meiin Aib’E-Yaar Nahi Dekhey Jatey .. ^
ये काजल, ये खुली-खुली जुल्फें , तुम यूँ ही जान माँग लेती इतना इंतजाम क्यूँ किया
Udaasiyon ki wajah toh zindagi mein bohot hain yaaron Par bewajah khush rehne ka maza he kuch aur hai :’)
जरा तो शर्म करती तू पगली. मुहब्ब्त चुप चुप के और नफरत सरे आम.
बड़ी देर तक साथ जागे ये चाँद और मैं, वो सितारों के बीच तनहा था और मैं भीड़ में अकेला Continue Reading..
..जब था तो बहुत पुख्ता था , एक शख़्स से रिश्ता…. ….टुटा है , तो अब टुकड़े संभाले नहीं जाते…
मौत भी अजीब चीज़ है मरने के लिये साली पूरी ज़िन्दगी जीनी पड़ती हे….
हमने कहाँ आज कुछ मीठा बनाओ उन्होंने ऊगली अपने होठो पर रख दी !
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