~Aaj Ki Shaam Bhii Qayamat Kii Tarha Guzrii,
Na’Jane Kya Baat Thii Har Baat Pe Tum Yaad Ay .. ‘



~Bhool Kar Bhii Na Dena Kandha Mere Janazey Ko,
Kahiin Phiir Ziinda Na Ho Jaon Tera Sahara Samajh Kar .. ‘

तेरी तलाश में निकलु भी तो क्या फायदा,
तु बदल गया हैं ,खोया नही हैं ।

मै और मेरा रब्ब
रोज भूल जाते है
वह मेरे गुनाहो को
मै उसकी रहमतो को


-Tu Zaroori Sa Haii
Mujhko
Ziinda Rehney Ke Liiye ..


Zindagi Rude Hai Toh Kya Hua.
Hum Bhi Toh Dude Hai….


पसंन्द आया तो दिल में ,
नही तो दिमाग में भी नही ।

~Hum To Agaaz’E-Mohabbat Mein Hi Lutt Gy,
Log Toh Kehte The Ke Anjaam Bura Hota Haii .. ‘


मेरे कंधे पर कुछ यूँ गिरे तेरे आंसू,

कि सस्ती सी कमीज़ अनमोल हो गयी.!!


ღ अरे पगली मे तो तुझे तब से चाहता हुं.,
जब से तू ‪School‬ में दों चोटीया बांध कर आती थी…!!

हसरतें आज भी खत लिखती हैं मुझे,
पर मैं अब पुराने पते पर नहीं रहती ।।


हम जो तेरे बगैर ज़िंदा है,
सब दिखावा है दुनिया के लिए !!

!! वो अब भी आती है ख्वाबों में मेरे..
ये देखने की मैं उसे भूला तो नहीं…..!!