सब कुछ हासिल नहीं होता ज़िन्दगी में यहाँ….
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किसी का “काश” तो किसी का “अगर” छूट ही जाता है…!!!!



!! हम आये हैं तेरे शहर में एक मुसाफ़िर की तरह
ऐ अज़नबी बस एक बार मुलाकात का मौका देदे !!”

” कितना मुश्किल है मनाना… उस शख्स को ..
जो रूठा भी ना हो और… बात भी ना करे…!!

मेरी आशिकी भी थोड़ी अलग सी है।

वो स्टेशन पर बैठी थी सर्द रात में,
मैने घर में रजाई ओढ़ना भी सही नहीं समझा।


~Bohat Bheer Thi Uss K Dil Main Jnaab ..
Hum Khud Na Nikalty To Nikal Diye Jatey ..^

~एक बार देखा था उसने मेरी तरफ मुस्कुराते हुए,
बस! इतनी सी हकीकत है, बाकी सब कहानियाँ हैं .. ^


~ Aazmaate Hai Log Sabr Mera ..
Baar Baar Zikr Kr K Tera .. ^


~Yoon Naa Dekha Karo Khuda Ke Waaste,
Barh Gyi Nah Mohabbat Toh Musibat Ho Jayegi .. ^

~ Hum Se Bichar Kar Ab Wo Khush
Rehte Hain Afsos! K Hum Ne
Unki Khushi Cheen Rakhi Thi .. ^


बड़ी देर तक साथ जागे ये चाँद और मैं,

वो सितारों के बीच तनहा था और मैं भीड़ में अकेला ….


कोई नहीं बचाकर रखना चाहता है यादें
जान से प्यारे खत बेरुखी से जलने लगे हैं !!

ना तुझको खबर हुई ना ज़माना समझ सका,

हम तुझ पर, चुपके-चुपके से कई बार मर गये..


मरना होता तो कबके मर गए होते
तेरी यादों में हर रोज़ मरने का मज़ा कुछ अलग ही है

~ Kaha Tha Na Ki Tum Mujhe Bhul Jaogey ..
Aur Meri Es Baat Par Aksar Larah Karte Thay Tum .. ^

~ Bohat Khush Qismat Hain Wo Log Yaqeen Jano ..
Jo Mangty B Nahi, Rotay B Nahi,Or Muhabbat Paa letay Hain .. ^