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म्हारे ताऊ ना देखदे वकत बी मन की आई जब्बे कह दे हैं …
एक ताई मरगी उस्तै शमशान लेजण खात्तर ठाण लाग्गे तो उसकी तीन बहू उस्तै लिपट कै रोरो कै फंड करण लाग्गी … ए मां हमनै बी ले जा तेरी गैल्यां हम बी चालांगी ,
ताऊ पै ना डट्या गया बोल्या :- गैल्यां ले जण नै के उसनै टाटा सूमो कर राक्खी जो थम्नै बी बिठा ले जागी … थम ठाओ रै फेर मन्नै आकै धार बी काडणी है ,
Be practical like ताऊ



हरयाणे का एक गिट्ठा सा छोरा दिल्ली बस मैं जा था भीड़ घणी थी खड़े नै धक्के लागैं थे उपर सहारे आले डंडे तंइ उसका हाथ ना पौंच्या … एक लाम्बा सा माणस खड़या था उसकी दाड्ढी पकड़ कै खड़या हो ग्या अराम तै …
उस बंदे नै सोच्ची गल्ती तै पकड़ रया है बोल्या :- जनाब आप मेरी दाढ़ी पकड़े खड़े हैं इसे छोड़ दीजिए …
म्हारे आला गिठ मुठिया बोल्या :- क्यों उतरणा है के

एक घणी सुथरी छोरी किराने की दुकान पै जाकै बोल्ली :: लाला जी लिपटन की चा है के … 😗😗
लाला जी बोल्या :: ना बेब्बे चा पत्ती तो खतम होगी ,
थम के सोच्चो थे लाला के कवैगा … लुच्चे कट्ठे होरे बइमान … 😂😅😜
जो.इसका मतलब समज रे हैं वे तो मजे लेरे जिसनै ना समज आई वे किसे तै टैग कर कै पूछ ल्यो … लुच्चे तो घणे हैं .

आज बहुत दिनो बाद पुराने महबूब से बात हुई,
उसने पूछा……कैसे हो?
हमने कहा…..
आँखों मे चुभन, दिल में जलन,
साँसें भी हैं कुछ थमी थमी सी,
है सब तरफ धुआँ धुआँ,
उसने कहा …..
अभी तक इश्क में हो ?
हमने कहा……नही दिल्ली में


दो आदमियों की बीवीयाँ मेले में खो गईं जिसमे से एक हरियाणा से था और एक दिल्ली से l
.
अपनी अपनी बीवी ढूंढते हुए वो आपस में मिले..!
.
तुम्हारी वाली की पहचान? – हरियाणा वाले ने दिल्ली वाले से पूछा.
दिल्ली वाला बोला – 5’7″, गोरी, भूरी आँखें और पतली है, स्लीवलेस पिंक टीशर्ट और लाल मिनी स्कर्ट पहने है।😪
तुम्हारी की क्या पहचान है ?😌
हरियाणा वाला- मेरे आली कै मार गोली, चाल तेरी ढूंढेंगे

संता बंता दोनों लाला जी की दुकान पे गए,
संता – भाई मेरा इस लाला की बीवी के साथ
चक्कर है, मैं 1 घंटे में वापस आऊंगा,
तू लाला जी पे नजर रखना,
बंता – ठीक है,
जैसे ही लाला दुकान बंद करके जाने लगा,
बंता उससे सामान खरीदने लगा और इधर उधर
की बात करने लगा,
फिर बंता को लगा लालाजी अच्छा आदमी है वो
उसके साथ गलत कर रहा है,
बंता – लालाजी मुझे माफ़ कर दो,
संता का आपकी बीवी से चक्कर है,
लाला जी – अबे साले मेरी बीवी को मरे हुए
5 साल हो गए,
जल्दी भाग के अपने घर जा अभी तेरे पास 10 मिनट बचे हैं


चूहों की गेँग तलवार लेकर
भाग रही थी..
शेर ने पूछा: क्या हुआ, तुम लोग
इतने गुस्से से कैसे भाग रहे हो..?
चुहा : हाथी कि बेटी को किसी
ने प्रपोज किया है…..
नाम हमारा आ रहा है…..
“लाशेँ बिछा देँगे… लाशेँ”..


तुझसे इश्क़ करता हूँ.. हमेशा तेरा साथ निभाउंगा,
.
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मैं राहुल गांधी नहीं.. जो सिर्फ चुनावों में आऊंगा ।

बबली – टीचर टीचर ! ‘बस’ मेल है या फीमेल?
टीचर ने सोचा – सच ए क्यूट सवाल !
तभी अचानक दूसरे बच्चे बंटी ने जवाब दिया-
टीचर टीचर ! बस फ़ीमेल होती है।
बबली- ऐसा क्यों?
बंटी- क्योंकि सब लोग उस पर चढ़ते हैं,
ईडियट !
टीचर यह उत्तर सुन कर सकते में आ जाती है।
बबली फ़िर उत्सुकता से पूछती है- अगर बस
फीमेल है, और सब उस पर चढ़ते हैं तो उसके
बच्चे क्यों नहीं होते?
टीचर और तनाव में आ जाती है।
बंटी फ़िर जवाब देता है- क्योंकि सब उस पर
पीछे से चढ़ते हैं डफर !
टीचर शर्म से पानी पानी।
लेकिन बबली के सवाल अभी खत्म नहीं हुए-
माना कि सभी पीछे से चढ़ते हैं, पर ड्राइवर
और कंडक्टर तो आगे से चढ़ते हैं,
फिर बच्चे क्यों नहीं होते?
टीचर की साँस रुक रुक कर चलने लगती है।
बंटी सारे शक दूर करते हुए उत्तर देता है-
क्योंकि वो दोनों टोपी पहन कर चढ़ते हैं।
टीचर बेहोश !

भीड़ ते खचा खच भरी होई मैट्रो,
मैं आराम तै खड्या जबे राजीव चौक पै,
दरवाजा सज्जे हाथ ने खुला अर मेरा
ध्यान दरवाजा की तरफ गया
एक 5’7 लांबी छोरी , पिला सूट मड़कन आली जुत्ती ,
आँख्या में शयाई घाल ली, सर पै चुन्नी अर
जब वा चाले तो हवा जब उसके काना धौरे
को गुजरे तो हवा मैं उड़ते उसके बाल ,
नाक में एक छोटा सा कोका, चहरे की एक
साइड उसके डिंपल पड़े अर ठोड़ी आला तिल
उसके गुल्लक से मुह की सुंदरता में 4 चाँद लागण लाग रह्या, अर बेरण जमा टिकाई तै पैर धरदी
होइ आवे अर मैं अपनी दिल की धड़कण
रोक के उसकी तरफ देखण लाग रह्या ,
वा मेरी तरफ़ आगे बढ़ी और भोली सी सकल बनाके
मेरी आँख्या में देख के अपना डिंपल
दिखा के एक घणी प्यारी मुस्कान देके बोली
” आप तो एडमिन हो ना” 😍😍
मेरा साँस ऊपर की ऊपर रह गया
मखा कोये छोरी हमने भी जाणे है 😊
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अरे भाई रेस मारण चलेगा के ?
बेरा नी मैरी सासू का कोणसा था
सारा सपना की इसी तीसी कर गया 😕😑
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चलो कोई नहीँ
तडके तड़क की राम राम सबने


एक छोरे नै एक सिगरेट का पैकेट लिआ उसपै लिख राख्या था सिगरेट पीने से कैंसर होता है
वा दुकानदार तै बोल्या … भाई कोई दुसरी चेतावनी आला पैकेट ना है
दुकानदार नै दूसरा दे दिआ उसपै लिख्या था … सिगरेट पीने वाले को नामर्द होने का खतरा रहता है ,
पैकेट उल्टा देकै बोल्या … यार तूं वा कैंसर आला ए पैकेट देदे ..


उस दोस्त पै कदे जकीन ना करिओ जो थारा रेजर लेजै अर बिना दाढ़ी बणाए उल्टा देजा

फोन मैं एक वाएरस साफ करण की ऐप थी उसपै दिन मैं दसियां मैसेज आए करते अक फोन हैंग होण तै बचाण तंइ फालतू ऐप डीलीट करो …
मन्नै वा ऐप ए डीलीट मार दी सुसरी … ईब ना हैंग होता फोन