इंतजार करने वाले को सिर्फ उतना ही मिलता है,
जितना कोशिश करने वाले छोड देते है
इंतजार करने वाले को सिर्फ उतना ही मिलता है,
जितना कोशिश करने वाले छोड देते है
तरस जाओगे मेरे लबोँ से सुनने को एक लफ्ज
प्यार की बात तो दूर, हम शिकायत भी नही करेगे
ऐ चाँद तू किस मजहब का है
.
ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेरा
होगा तुझे घमंड तेरी बादशाही का,
अरे पगले,
शमशान भरे पडे है तेरे जैसे बादशाहो से . . .
ना जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे मे
तेरे साहमने आने से ज्यादा तुझे
छुपकर देखना अच्छा लगता है
मत चाहो किसी को इतना टूटकर ज़िन्दगी में,
अगर बिछङ गये तो हर एक अदा तंग करेगी!!
उसे तो हमारी महोब्बत ने मशहूर कर दिया
.
बेवफा वरना तू सुर्खियो मेँ रहे तेरी इतनी औकात नही
बस एक चेहरे ने तन्हा कर दिया हमे
वरना हम खुद महफिल हुआ करते थे
तरस जाओगे मेरे लबोँ से सुनने को एक लफ्ज,
प्यार की बात तो दूर, हम शिकायत भी नही करेगे
सीख रहा हूँ धीरे-धीरे तेरे शहर के रीवाज
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जिस से मतलब निकल जाये उसे जिंदगी से निकाल दो
पगली तू बात करने का मौका तो दे ..
कसम से कहता हु….
रूला देंगे तुझे तेरे ही सितम गिनाते गिनाते
वो कागज आज भी फुलो से ज्यादा महकता है दोस्तों
जिस पर उन्होंने मजाक में लिखा था कि हमें तुमसे मोहब्बत है
तोड़ दिये मैंने घर के सारे ही आईने,
क्यूंकि इश्क में हारे हुए लोग मुझे बिल्कुल पसंद नहीं ।।
साजन कोई वकील मुझे ऐसा करा दे,,
जो हारा हुआ प्यार मुझे फिर से जिता दे।।
प्रेम के चक्रव्युह को तोड़ना जानती थी तुम….!!
मैं अभिमन्यु था,तो मारा गया….!!
कहते है ‘लोग’,
मुझे डूबता सूरज……..!!
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नादानोँ, सूरज वही है,
धरती घूम रही है…….!!