उन्हें शिकायतों से शिकायत रहने लगी है, अब हम शिकायत जो नहीं करते!
~Uss Mor Se Shuru Karain Aa Phir Se Zindagi, Jab Har Sham Haseen Thi Or Hum-Tum The Ajnabii .. ‘
दाग़ तो रूह पर भी आ जाता है, जब दिलों में दिमाग़ आ जाता है
कई सितारों को मैं जानता हूँ बचपन से कहीं भी जाऊँ मेरे साथ-साथ चलतें हैं
मार ही डाले जो बेमौत ये दुनिया वाले हम जो जिंदा हैं तो जीने का हुनर रखते हैं
कभी तू नाराज़ कभी मैं नाराज़.. उफ्फ ये मोहब्बत उफ्फ ये अंदाज़…
मोहब्बत में दूरियों से फर्क नहीं पड़ता मोहब्बत निभाने वाला सच्चा हो
छोटा सा सपना है मेरा, जो रोटी में खाऊ वो तू बनाये..
इतना खुश रहो के साला गम बी कहे गलती से मे यहा कहा आ गया।
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