~Jiski Sazza Sirf Tum Ho Aiisa Koii Gunaah Karna Hai Mujhe .. ‘
यहाँ मेरा कोई अपना नहीं है….. . …..चलो अच्छा है कुछ ख़तरा नहीं है !!
~Terey Baad Nazar Aati Nahi Mujhe Ab Koi Manzil, Kisi Aur Ka Ho Jana Ab Merey Bas Mein Hi Nahi Continue Reading..
ये भी एक तमाशा है, इश्क और मोहब्बत में दिल किसी का होता है और बस किसी का चलता है.
Roj kehti hun bhul jaungi use, magar na jane kyun yeh baat roj bhul jati hun..!!
यूँ तो मुझे झूठ से सख्त नफरत थी, लेकिन अच्छा लगता था जब वो मुझे “जान” कहा करती थी..
मत चाहो किसी को इतना टूटकर ज़िन्दगी में, अगर बिछङ गये तो हर एक अदा तंग करेगी!!
खेलने दो उन्हें जब तक जी न भर जाए उनका.,…, मोहब्बत 4 दिन की थी तो शौक कितने दिन का Continue Reading..
शुक्र है हँसी बाजार में नहीं बिकती साहब, वरना लोग गरीबों से यह भी छीन लेते
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *