~Gar Tum Jo Saath Aa Gey Hote,
Ziindagi Har Tarah Se Mumkin Thi .. ‘
मंजिलो से गुमराह कर देते हैं कुछ लोग हर किसी से रास्ता पूछना अच्छी बात नही !!
इतना सितम से पहले सोचा भी नहीं उसने, मैं सिर्फ दीवाना नहीं.. इंसान भी था
इत्तेफ़ाक़ से मिल जाते हो जब वो राह में कभी, यूँ लगता है करीब से ज़िन्दगी जा रही हो जैसे।
Aaj har ek pal khoobsurat hai Dil main teri sirf teri surat hai. Kuch bhi kahe ye duniya gum nahi Continue Reading..
न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से, के मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी…
दिलों की बात करता है ज़माना . पर मोहब्बत आज भी चेहरे से शुरू होती है.
दोनों साथ गये हैं वक्त बिताने डिनर पर.. बातें मगर उनसे.. मोबाइल कर रहा है!
क्या क्या रंग दिखाती है जिंदगी क्या खूब इक्तेफ़ाक होता है, प्यार में ऊम्र नही होती पर हर ऊम्र में Continue Reading..
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