मोहब्बत दो लोगो की…. बातें सौ लोगो की…
दर्द आवाज छीन लेता है ओर खामोशी की कोई वजह नही होती
फ़िक्र तो तेरी आज भी है.. बस .. जिक्र का हक नही रहा।
~Woh Matlab Se Miltey Haiin Aur, Hameiin Siirf Milney Se Matlab Haii .. ‘
~Sham Hote Hi Chiraghon Ko Bhuja Deti Hoon, Dil Hi Kaafi Hay Teri Yaad Main Jalne K Liye .. ‘
छोड़ना आसान होता है लेकिन भूलना नही
सोचता हूँ बेच डालूं …. मेरे सब उसूल अब पुराने हो गए हैं !!
~Hum To Agaaz’E-Mohabbat Mein Hi Lutt Gy, Log Toh Kehte The Ke Anjaam Bura Hota Haii .. ‘
“काश कुछ लोग बेईमान नही होते , तो आज इतने लोग परेशान नही होते!”
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