एक मशविरा चाहिए, ख़ुदकुशी करूं या इश्क..
कभी तू नाराज़ कभी मैं नाराज़.. उफ्फ ये मोहब्बत उफ्फ ये अंदाज़…
ज़िंदगी whats app के last seen जैसी है, सब को अपनी छिपानी है,दूसरो की देखनी है.
! वो अब भी आती है ख्वाबों में मेरे.. ये देखने की मैं उसे भूला तो नहीं…..!!
इतनी शिकायत , इतनी शर्तें , इतनी पाबन्दी, तुम मोहब्बत कर रहे हो या सौदा कोई !!
पुराने आशिक वफा तलाश करते थै, आज के आशिक जगह तलाश करते है..
जितनी हसीन ये मुलाकातें है उससे भी प्यारी तेरी बातें है
~Chalo Accha Hua Ke Dhund Parney Lagi, Warna Dur Tak Takti Thi Niighein Raah Terii .. ‘
Ladki hai wo, Alarm nahi Pyaar karo usse, set nahi.
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