काग़ज़ पे तो अदालत चलती है.. हमने तो तेरी आँखो के फैसले मंजूर किये।
सब मशरूफ थे नया साल मनाने में मैंने मेरी रूठी खुशियों को मना लिया..
त्यौहारों के बहाने ही सही, रिश्ते तो घर लौट आते है…
~Lutf’E-Muoohabbat Aur Bhe Barha Detii Haiin, Bohat Anmol Hotii Hain Raatein -December- Ki .. ‘
..है एक कर्ज़ जो हरदम सवार रहता है । …वो मम्मी पापा का प्यार है जो सब पर उधार रहता Continue Reading..
मुझे रिश्तो की लंबी कतारोँ से मतलब नही , कोई दिल से हो मेरा, तो एक शख्स ही काफी है..।
स्कूल की बस रोज़ सुबह इमारत के नीचे हॉर्न बजाती है …. . . यूं लगता है जैसे…. ज़िन्दगी वापस Continue Reading..
हमसफ़र खूबसूरत नहीं.. सच्चा होना चाहिए
छोटा सा सपना है मेरा, जो रोटी में खाऊ वो तू बनाये..
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