“काश कुछ लोग बेईमान नही होते , तो आज इतने लोग परेशान नही होते!”
छोटा सा सपना है मेरा, जो रोटी में खाऊ वो तू बनाये..
मेरे कंधे पर कुछ यूँ गिरे तेरे आंसू, कि सस्ती सी कमीज़ अनमोल हो गयी.!!
WhatsApp हो या ज़िंदगी, लोग हमेशा status ही देखते हैं।
मैं परेशान था उसकी ख़ातिर, औऱ वो दिल पे हाथ थाम के बैठी थी !!
ऐ-दिल ज़रा मालूम तो कर,कहीं वो तो नहीं आ रहें . महफिल में उठा हैं शोर माशाअल्लाह-माशाअल्लाह
है एक शख़्स ऐसा भी, जो किश्तों में मार रहा है मुझे !!
-Tu Zaroori Sa Haii Mujhko Ziinda Rehney Ke Liiye ..
~ बड़ा अजीब सा जहर था उसकी यादों का सारी उम्र गुजर गयी मरते – मरते .. ^
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