अंत में लिखी है दोनों की बर्बादी, आशिक़ हो या हो आतंकवादी.
पसंन्द आया तो दिल में , नही तो दिमाग में भी नही ।
मेहनत इतनी खामोशी से करो कि . “सफलता शोर मचा दे”
मिट जाते है औरों को मिटाने वाले . लाश कहा रोती है, रोते है जलाने वाले
तन्हाई की सरहदें और भीगी पलके….!! हम लुट जाते हैं, रोज तुम्हें याद करके….!
~Sham Hote Hi Chiraghon Ko Bhuja Deti Hoon, Dil Hi Kaafi Hay Teri Yaad Main Jalne K Liye .. ‘
साथ चलता है मेरे दुआओ का काफिला . किसमत से कह दो अकेला नही हुँ मै
Emotional अत्याचार… Add करने के बाद Unfriend कर देना…
त्यौहारों के बहाने ही सही, रिश्ते तो घर लौट आते है…
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