अंत में लिखी है दोनों की बर्बादी, आशिक़ हो या हो आतंकवादी.
कोई नहीं बचाकर रखना चाहता है यादें जान से प्यारे खत बेरुखी से जलने लगे हैं !!
~Izhar’E-Ishq Me Aiisa Hua Kuch Wo, Dil Ka Haqdaar To Hua Lekin Mera Naa Hua .. ‘
लोगो के तो दिन आते है पर . हमारा तो जमाना आएगा
ख्वाब मत बना मुझे सच नहीं होते, साया बना लो मुझे साथ नहीं छोडेंगे..!!
जुबान सुधर जाए तो जीवन सुधरने में वक़्त नहीं लगता।
~Terey Baad Nazar Aati Nahi Mujhe Ab Koi Manzil, Kisi Aur Ka Ho Jana Ab Merey Bas Mein Hi Nahi Continue Reading..
~Woh Roz Jorhtah Haii Mujhe, Phiir Se Torhney Ke Liiye .. ‘
~Waffa Par Ab Bhii Qaiim Hoon Meiin, Lekin Ab Mohabbat Chorr Di Hamne .. ‘
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