वो रोए तो बहुत.. पर मुहं मोड़कर रोए..
कोई तो मजबूरी होगी.. जो दिल तोड़कर रोए..
मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकडे़..
पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोड़कर रोए..
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Tumko chupa rakha hai in palkon mein , par inko yeh batana nahi aaya , sote mein bhi jag jati Continue Reading..
Apne matlab ke alawa kon kisko puchta hai … Bin rooh ka insaan gharwale bhi nahi rakhte
अगर ये चाहा होता की तू मुझे ही मिले तो शायद ये खुदगर्जी होती…… हमने इसीलिए सिर्फ ये चाहा की Continue Reading..
रखा करो नजदीकियॉ….. जिन्दगी का कुछ भरोसा नही…. फिर मत कहना…. चले भी गऐ और बताया भी नही….!
भाग्य लिखने वाले तुझे एक मशवरा है मेरा कुछ अच्छा ही लिख दिया कर, बुरे के लिये तो अपने ही Continue Reading..
मर जाने के लिये थोडा सा जहर काफी है पर जिन्दा रहने के लिए काफी सारा जहर पीना पडता है
मरने के नाम से जो रखते थे मुँह पे उँगलियाँ ….. अफ़सोस वही लोग मेरे दिल के क़ातिल निकले….. Abhiroop
गज़ब का शिकारी था वों हज़ारों हूनर थें अपने शिकार के लियें सारे हूनर की आज़माईश मुझ पे करता था