Apni har ek saans teri ghulam kar rakhi hai,
logo me ye zindagi badnam kar rakhi hai,
aaina bhi nahi ab to kisi kam ka…
hamne to apni parchhayi bhi sanam tere naam kar rakhi hai…
Related Posts
छेड़ने लगीं सहेलियां उसकी, उसको मुजसे मिलने के बाद, कि रंग क्यों बदला है तेरे होठों का उसको मिलने के Continue Reading..
Mohobbat Main Jhukna Koi Ajeeeb Baat Nahi, Chamakta Suraj Bhi to Dhal Jata Ha Chaand k Liye.! …
जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर, तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ.
मन होना चाहिए किसी को याद करने की, लम्हे तो अपने आप मिल जाएगे, वक़्त होना चाहिए किसी को मिलने Continue Reading..
अंदाजा लगाओ मेरी मोह्हबत का इस बात से ही. तुम्हारे नाम का हर शख्स मुझे अच्छा लगता है…!!
कल रात मौत आयी थी गुस्सेमेँ बोली जान ले लुंगी छोरे तेरी… मैने भी हँसते हुये कह दिया जिस्म ले Continue Reading..
मुझे नींद की इजाज़त भी उसकी यादों से लेनी पड़ती है, जो खुद सो जाया करती है मुझे करवटों में Continue Reading..
तुम किसी और से मालूम तो करके देखते ? हम किसी और के कितने थे….और तुम्हारे कितने
👍