Preet Singh Leave a comment होंठ कह नहीं सकते जो फ़साना दिल का शायद नज़रों से वो बात हो जाए इस उम्मीद से करते हैं इंतज़ार रात का कि शायद सपनों में ही मुलाक़ात हो जाए!😘 Copy