दो नवाब लखनऊ लौट कर ट्रेन से उतरे और कुलियों को आवाज़ दी।
कुली दौड़े आये।
पहले ने पूछा : नवाब साहब, सामान कहाँ है ?
पहले नवाब ने फ़रमाया ये लीजिये, पकड़िये हमारी छड़ी ।
दूसरे नवाब साहब ने भी क़ुली को आवाज़ दी !
दूसरे क़ुली ने हैरान होकर पूछा :
पर सामान है कहाँ आपके पास !
नवाब साहब ने सीरियस होकर उसे फटकारा : मियां, मेरा टिकट क्या आपके वालिद पकड़ेंगे ?